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*जय जगदीश हरे,* आरती, जो आप बचपन से सुनते गाते आए हैं.... किसी अनाम शास्त्रीय गायक ने इस आरती का गायन राग भैरवी में किया है। गायन इतना मधुर और कर्णप्रिय है कि आप बार बार सुनना चाहेंगे। मंत्र मुग्ध कर देने वाला आरती..🙏
Arti In Raags
Pls must listen it.
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